जटाशंकर कोई व्यक्ति नहीं है। यह वह पात्र है जो हर व्यक्ति के भीतर छिपा बैठा है। जीवन में व्यक्ति विविध घटनाओं से गुजरता है! अच्छी भी, बुरी भी! उन क्षणों में मानसिकता भी उसी प्रकार की हो जाती है। तब एक सच्चे सलाहकार की आवश्यकता होती है, जिससे जान सकें कि उन क्षणों में उचित उपाय क्या है? यह गहरी से गहरी बात हँसी द्वारा हमें समझा देता है। यही इसकी विशिष्टता है।
सोमवार, 29 सितंबर 2014
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